शुक्रवार, 19 सितंबर 2014

दिल में मेरे है दिल में मेरे है दर्दे डिस्को.....दर्दे डिस्को.....दर्दे डिस्को....!

Posted by with No comments

दिल में मेरे है दिल में मेरे है दर्दे डिस्को.....दर्दे डिस्को.....दर्दे डिस्को....!


दर्दे दिल दर्दे जिगर दिल में जगाया आपने
पहले तो मैं शायर था आशिक बनाया आपने
कुछ इधर की कुछ उधर की.. पर चर्चा के दौरान विविध भारती में बज रहे इस रोमांटिक गीत पर एकाएक हम दोनों का ध्यान एक साथ गया.सुनहरा मौका ताड़कर दद्दू तपाक से बोले, " यार अखबार नवीस !ये मुहावरों की दुनिया भी कितनी निराली होती है?"
"हाँ...बात तो पते की है और मुहावरे भी जिंदगी के रंगों की ओर इशारा करते हैं .क्या तुम इस वक्त मुहावरों को किसी खास नजरिए से देखना छह रहे हो ?  "इशारा समझकर  भी मुद्दे की बात मैं दद्दू के मुहं से सुनना चाह रहा था." मैं सोच रहा था फ़िल्मी और गैर फ़िल्मी गीतों की तरह दिल के कितने करीब हैं ये मुहावरे ?दद्दू ने बात कुछ और साफ की.
          दिल का मामला .. दिल से दूर...दिल में चोर...दिल हिला देना...पत्थर दिल...आदि-आदि.फेहरिस्त का पहला पन्ना मैंने दद्दू के सामने खोलकर कुछ इबारतें पढ़ीं." हाँ ssss   अख़बार नवीस किसी का दर्द महसूस कर दिल रो पड़ना ...दिल तोडना ...शेर दिल.. बुझ दिल...दिल भर कर रोना भी दिल से जुड़े बेहतरीन मुहावरें है." दद्दू ने दिल से जुड़े मुहावरों की फेहरिस्त से कुछ और इबारतें पढ़ीं.
                   " अंकल...दिल से जुडी फिल्मों के नाम बताऊँ ? पप्पू अचानक बीच में टपक पड़ा.जैसे ही उसने नाम गिनाना शुरू किया -दिल वाले दुल्हनिया ... दिल से ... दिल में मेरे है दिल में मेरे है दर्दे डिस्को.मैंने उसको टोककर कहा ,"" ओये .. चुप कर यार !तुम लोग आपस में जब दोस्तों के साथ बैठोगे तब इस दिल के मामले पर बतिया लेना.हम लोगों की बातचीत सुन रही बबली भी कहाँ खामोश रहने वाली थी? बोली ," अंकल आज हम सब सहेलियां मिलकर एक ऐसी कम्पीटीशन करेंगे जिसमें सभी गाने "दिल" से शुरू होंगे..इतना कहकर वह फुर्र हो गई.इसी बीच एक नए गीत के बोल गूंजने लगे थे.
             दिल है के मानता नहीं...
दिल की बात जुबान पर ... लाने के बाद कोई किसी को दिल दे बैठता है.अगर दो दिल मिल रहे हैं ... तब तो ठीक है वर्ना दिल छोटा करना मजबूरी बनकर सामने आ जाता है.
 दिल की ये आरजू थी कोई दिलरूबा मिले.  ..         ...
भटको मत... लौट आओ दद्दू,हम लोग दिल से जुड़े मुहावरों की बात कर रहे हैं.दद्दू अपनी दुनिया में लौट आए और कहने लगे "अंग्रेजी में दिल यानी heart  से जुड़े मुहावरें कई हैं.Bleeding heart   ...Be at heart ... Bare your heart  और भी कई हैं लेकिन अपने दद्दू ह़र  किसी को यही सलाह देते हैं   Never break anybody's heart  .
                           दिल की बात सुने दिलवाला...
ओल्ड इज गोल्ड- पुराना फ़िल्मी गीत याद करते हुए नौजवान दोस्तों की चकल्लस का ख्याल हो आता है.बंटी अपने फ्रेंड से कह रहा था," Be a lion hearted yaar!!!!"   दो सहेलियां आपस में एक-दूसरे की प्रशंसा कर रही थी,"  You have a heart of gold dear!... You too....!
                मेरे कालेज की डायरी के पन्नों में दबा हुआ है एक सुर्ख गुलाब का फूल.नीचे एक इबारत लिखी है," दिल क्या चीज है आप मेरी जान लीजिए ..." दद्दू के हाथों में जब एक रोज डायरी लगी थी तब मुस्कुराकर बिना कुछ पूछे बहुत कुछ समझ गए थे ...
                           खैर ... दद्दू एक बार फिर समझाइश देने के मूड में आते है." अख़बारनवीस ! मुझे लगता है इंसान का साफ दिल और रहमदिल होना जरूरी है.वो शख्स इन्सान ही नहीं जो पत्थर दिल हो.बचपन में माँ का का दिल वाली कहानी सुनी थी, याद है?रूठे दिलों को कैसे भी कर मना लीजिए.आपके शब्द ऐसे हों जो किसी के भी दिल पर लगे जख्मों पर मरहम का काम करें.बेंजामिन फ्रेंकलिन ने कहा है," The heart of a fool is in his mouth but the mouth  of wise man is in his heart."
                        अब आप अपने दिल पर हाथ रखकर कहिए के कभी कोई काम अधूरे दिल से नहीं करेंगे.ह़र काम होगा पूरे दिल से....!सिर्फ दिल  से जुड़े मुहावरे पढ़ने  और समझने से कुछ नहीं होगा.एक बात चलते-चलते आपके यानी मेरे अपनों के लिए कह रहा हूँ -- छोडो  ज़माने की बात... दिल की बात समझो वर्ना हम तो आपके लिए यही कहेंगे -
                                  तुम ज़माने की राह से आए
                                 वर्ना सीधा  था रास्ता दिल का
                                                                                                    किशोर   दिवसे                                                                    
                      
          

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें