सोमवार, 15 सितंबर 2014

Posted by with No comments
पावर ग्रिड कार्पोरेशन कार्यालय के राजभाषा पखवाड़ा 
शुभारम्भ में गया था मैं 

बिलासपुर जिले ग्राम भरारी में स्थित भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम पॉवरग्रिड कार्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड में दिनांक 15 09 14 को राजभाषा पखवाड़ा का शुभारम्भ उपमहाप्रबंधक श्री एस के चंद तथा बिलासपुर के वरिष्ठ पत्रकार सह संपादक किशोर दिवसे द्वारा दीप प्रज्जवलित कर ,एवम सभी कर्मचारियों को हिन्दी में कार्य करने हेतु शपथ दिलवाकर किया गया.
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ,पॉवरग्रिड के प्रबंध निदेशक श्री एन नायक तथा छत्तीसगढ़ के कार्यपालक निदेशक ए के सिन्हा का सन्देश पढ़कर सुनाया गया.

अपने व्यक्तव्य के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा हिन्दी में कार्य करने हेतु भाषा के सरलीकरण पर ध्यान देने की जरुरत के बारे में बताया गया।
कार्यक्रम के संचालक दीपक कुमार (वरि अभियंता , मानव संशाधन )द्वारा हिन्दी पखवाड़े के दौरान होने वाली विभिन्न प्रतियोगिता तथा 20 09 को एक दिवशीय हिन्दी कार्यशाला के आयोजन की जानकारी दी गयी.
हिन्दी पखवाड़े का समापन समारोह दिनांक 27. 09 14 को कविता पाठ प्रतियोगिता से होना शुनिश्चित किया गया है.


Related Posts:

  • खौफ जदा रहा जब तक जिंदगी से मुहब्बत ना हुई ....किसी भी इंसान का मन सागर की तरह होता है .कभी शांत -अबूझ तो कभी भावनाओं का ज्वार - भाटा  उद्दाम लहरों के रूप में जिंदगी की चुनौतियाँ बनकर जूझने पर मजबूर कर देता है.चक्रवात, तूफ़ान,बवंडर .भूडोल और … Read More
  • आईला .....! हॉट सीट पर गणपति बाप्पा ....! आईला .....! हॉट सीट पर गणपति बाप्पा ....! चकाचौंध  भरे  “ कौन  बनेगा  करोडपति  के  फ्लोर  पर  एकबारगी  सुखकर्ता  – दुःख हरता   भगवन  श… Read More
  • दीपाक्षर -2....और मैं ही बन गया दीप पर्व का दीप     नारायण... नारायण... नारायण.... नारायण.... चौंककर नारद जी ने देखा और उनसे रहा न गया.उनहोंने पल भर काबू रहने के बाद पूछ ही लिया " यह क्या त्रा… Read More
  • तुम्हारे वादों पर अब मुझको एतबार नहीं ......कब कहाँ किसे देखकर कौन सा ख्याल  मन में आ जाए कोई कुछ नहीं बता सकता.इसलिए कहते हैं पाखी होता है मन और विचारों के पंछी कितनी रफ़्तार से कहाँ तक उड़ान भर लें यह तो सोचने वाले के बस में भी नहीं.बैठे… Read More
  • ..... कि याद आऊं तो अपने आपको प्यार तुम कर लेनाहिचकियाँ आ रही थी लगातार....नानी ने कहा," बेटा! लगता है तुझे कोई याद कर रहा है .एक- एक कर उन लोगों के नाम ले जो यहाँ पर नहीं हैं.जैसे ही उसका नाम आएगा जो तुझे याद कर रहा है हिचकियाँ बंद हो जाएँगी.." .… Read More

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें